भारत मे बैन है ये 10 फूड लोग खाते है सबसे ज्यादा, FSSAI ने माना कैंसर की जड़
खाने-पीने की बात हो तो भारत हमेशा सभी देशों से आगे रहता है। यहां हर कदम पर खाने की अलग-अलग वैरायटी मिलती है।यहां कई तरह के व्यंजन मिलते हैं, जो पूरी दुनिया में लोकप्रिय है।यहां कई किस्म की दालें, साग, हरी सब्जी, चावल, फल उगाए जाते हैं। दूसरे देशों से भी कई सारे फूड्स और प्रॉडक्ट्स का आयात किया जाता है। लेकिन आप क्या जानते हैं ?यहां बात केवल खान -पीन की नहीं है बल्कि कुछ ऐसे खानों की है जिनके सेवन से आप जानलेवा बिमारीयो का शिकार हो सकते हैं। जी हां आपने सही सुना जानलेवा बिमारी यानी कैंसर,डायबीटीज आदि ।हम अपने स्वास्थ्य को लेकर कितना फिकर मंद होते हैं परंतु क्या हो अगर बिमारी आपके खानो में ही मौजूद हो .आज कल बाजार में अलग -अलग तरह के फूड्स और उत्पाद बिकते है । उनमे से कई फूड्स और उत्पाद आपके स्वास्थ्य के लिए ख़तरनाक साबित हो सकती है।जिन्हें FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India)बैन कर देता है।
FASSAI क्या है?
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI)भारत में खाद्य स्वच्छता और गुणवत्ता की उचित निगरानी के लिए 2008 में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) की स्थापना की गई थी। यह 2011 से कार्यात्मक था और तब से हमारे देश में खाद्य सुरक्षा के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है।
कौन से 10 फूड्स हैं जिन्हें भारत की फूड रेगुलेटर अथॉरिटी ने कभी न कभी बैन किया है:
•चाइनीज मिल्क और मिल्क प्रॉडक्ट-
FSSAI ने इनके अंदर मेलामाइन नाम का टॉक्सिक केमिकल पाया था। यह प्रोटीन का लेवल बढ़ाने के लिए डाला जाता है। भारत में इसका आयात और बिक्री नहीं की जा सकती।2008 से यह भारत मे बैन है।
•फलों का आर्टिफिशियल राइपनिंग एजेंट
फलों की सप्लाई बढ़ाने के लिए उन्हें आर्टिफिशियल तरीके से पकाया जाता है। कैल्शियम कार्बाइड और एथलीन गैस को कैंसर का कारण देखा गया है।
•चाइनीज लहसुन
इसमें पेस्टीसाइड का हाई लेवल पाया गया था। इस वजह से 2019 में इसे बैन कर दिया था। इस लहसुन को लीड और अन्य मेटल के जरिये जल्दी तैयार किया जाता है. यही नहीं इसे क्लोरीन से ब्लीच किया जाता है, ताकि ये सफ़ेद रह सके।
•एनर्जी ड्रिंक्स :
इन एनर्जी ड्रिंक्स में शर्करा की मात्रा अत्यधिक होती है, जो आपको नुकसान पहुंचा सकती है। एक ड्रिंक में लगभग 13 चम्मच चीनी होती है जो शरीर में शर्करा का स्तर बढ़ा देती जिससे कैंसर ,डायबिटीज का खतरा बड़ सकता हैइनमें से एक पॉपुलर ड्रिंक पर FSSAI बैन भी लगा चुका है। बाद में इंग्रीडिएंट में बदलाव करके दोबारा बिक्री शुरू हुई।
•जेनेटिकली मोडिफाइड फूड्स-
यदि आसान भाषा में समझा जाए तो इसका मतलब है कि किसी पेड़-पौधे या जीव के आनुवांशिक या प्राकृतिक गुण को बदलना। विशेषज्ञ इसे कैंसर जैसी बीमारियों के फैलने की वजह मानते हैं। वे कहते हैं कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपना सामान बेचने के लिए उसे सस्ता करने पर तुली हैं, लेकिन वह यह नहीं देख रही कि यह मानव सभ्यता के साथ खिलवाड़ है।
बैन किये गये अन्य फूड-
•Sassafras तेल
•पोटैशियम ब्रोमेट
•फोई ग्रास
•ब्रोमिनेडेट वेजिटेबल ऑयल
•रैबिट मीट