इंदौर संभाग के सभी जिलों को महामारी और बीमारी से लडऩे के लिए मजबूत बनाने का सरकारी दावा
इंदौर सहित संभाग के सभी जिलों में महामारी और बीमारी से लडऩे के लिए मजबूत बनाने पर शिवराज सरकार ने मैदानी काम शुरू कर दिया है. संभाग में 71 उप स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण होगा, जिन पर 25 करोड़ से ज्यादा खर्च होंगे. यह केंद्र हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में इस्तेमाल होंगे. बरहाल, सभी के निर्माण के लिए टेंडर जारी हो चुके हैं. सबकुछ ठीक रहा तो दीवाली से काम भी शुरू हो जाएगा. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सरकार मप्र की सेहत सुधारना चाहती है. इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा प्रदेश्भर में उप स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण किया जा रहा है. इंदौर यूनिट द्वारा संभाग के लिए 71 सेंटर बनाने जा रही है. इनमें नौ सेंटर इंदौर में बनेंगे. महू तहसील के बसीपिपरी, भेंसलाय, चौराडिय़ा, सेण्डल, बड़ी जाम और जम्बूड़ी हप्सी में. देपालपुर तहसील में तीन सेंटर. सेंटर आधुनिक होंगे. यहां सीएचओ का आवास भी होगा. ताकि आपात परिस्थिति में भी लोगों को ट्रीटमेंट मिल जाए. डिपार्टमेंट ने एक सेंटर की अनुमानित लागत 43.88 लाख तय की है. इस मान से इंदौर के नौ सेंटरों पर करीब चार करोड़ से ज्यादा खर्च होंगे. सबसे कम कॉस्ट खरगोन के लिए तय हुई. यहां भीकनगांव, गोंगावां, कसरावद, बड़वाहा में 2.08 करोड़ में 18 सेंटर बनाना है. मतलब एक सेंटर की कॉस्ट तय हुई 11.57 लाख रुपए. बताया जा रहा है कि यहां सेँटर पहले से बने उन्हें दुरस्त किया जाना है. बताया जिन गांव को सेंटर के लिए चुना गया है वह हेल्थ के मामले में पिछड़े हुए हैं. इसीलिए सरकार चाहती है कि इन गांवों में सेंटर बने ताकि आसपास के गांवों को भी इनका फायदा मिले. सेंटर के निर्माण के लिए तीन महीने से लेकर 15 महीने का वक्त दिया गया है. इन 15 महीनों में कांटे्रक्टर को सिविल वर्क कंपलीट करके देना होगा. इसीलिए 71 सेंटर को 29 पैकेज में तैयार करके टेंडर निकाला गया है.