बस्ती में गिरती कानून व्यवस्था, पुलिस, राजस्व, बिजली कर्मियों की मनमानी के विरोध में आमरण अनशन शुरू
दोषी अधिकारियों, पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई के साथ धन उगाही बंद हो- आशीष शुक्ल ‘सैनिक’
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जनपद में लगातार गिरती कानून व्यवस्था, हत्या, हिंसा, राजस्व, बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी, उत्पीड़न, धन उगाही आदि घटनाओं को लेकर बुधवार से सामाजिक कार्यकर्ता आशीष शुक्ल ‘सैनिक’ ने ‘एक रहेंगे, सेफ रहेंगे’ के नारे के साथ शास्त्री चौक के निकट अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया। कहा कि जनपद में कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय हुई है, पुलिस अनेक गंभीर मामलों का खुलासा कर पाने में पूरी तरह विफल है और सवाल करने पर पुलिस कर्मियों द्वारा लोगों को अपमानित कर दिया जाना उनकी कार्यशैली का हिस्सा हो गया है। इससे लोगों में पुलिस कर्मियों से भय व्याप्त है। कहा कि जब तक समस्याओं के प्रभावी समाधान का आश्वासन नहीं मिल जाता व्यापक जनहित और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिये उनका धरना जारी रहेगा।
सामाजिक कार्यकर्ता आशीष शुक्ल ‘सैनिक’ के प्रमुख मांगों में नगर थाना क्षेत्र के खुटहन गांव में दो सगे भाईयों की करंट से मौत मामले में परिजनों को समुचित मुआवजा दिये जाने, दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई, पैकोलिया थाना क्षेत्र के जीतीपुर गांव में बालिका की हत्या मामले में पैकोलिया थानाध्यक्ष के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कर पीडित परिवार को न्याय दिलाने, लालगंज थाना क्षेत्र में मासूम दलित बालिका से दुराचार, हत्या मामले में थानाध्यक्ष और बीट निरीक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई, बस्ती शहर के मालवीय रोड पर जमीनी विवाद मामले में पुलिस के भूमिका की जांच को सार्वजनिक कर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई, कोतवाली थाना क्षेत्र के कटेश्वर पार्क में बालिका के साथ दुराचार और मालवीय रोड के जमीनी विवाद मामले में दोषियों पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाई, उभाई मंें युवक की हत्या मामले में सीबीसी प्रेेरक मिश्रा की रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई आदि की मांग शामिल है। आशीष शुक्ल ‘सैनिक’ ने कहा कि जनपद में पुलिस कर्मियों द्वारा जमीनी विवाद या अन्य सामान्य मामलों में दोनों पक्षो से धन उगाही सामान्य बात हो गई है।
इस पर अंकुश लगना चाहिये। पुलिस की मनमानी के विरूद्ध शुरू धरने को मुख्य रूप से सत्यम पाण्डेय, सुनैना गुप्ता, पंकज श्रीवास्तव, प्रमोद कन्नौजिया, राघवेन्द्र प्रसाद मिश्र, मनीष श्रीवास्तव, पंकज कुमार चोधरी, देवता पाण्डेय, सोनू श्रीवास्तव, अमरनाथ चौरसिया, विष्णु भाष्कर शुक्ल ‘प्रिन्स’, प्रियांक शुक्ल, वीरेन्द्र सिंह, सुधाकर तिवारी, आदित्य श्रीवास्तव, रजत विश्वकर्मा, अजय शुक्ल, राकेश कुमार, पवन मिश्र, रितेश श्रीवास्तव, शिवम त्रिपाठी, प्रदीप चौधरी, हार्दिक पाण्डेय, मनमोहन श्रीवास्तव ‘काजू’, अमित गुप्ता, प्रदीप कुमार मौर्य, राजन कन्नौजिया, अभ्यु पाण्डेय, अतुल भट्ट, प्रिन्स भट्ट, राघवेन्द्र सिंह, राहुल पटेल, टुनटुन सोनी के साथ ही अनेक लोगों ने अपना समर्थन दिया।