नव वर्ष पर नारी उत्थान और बच्चों के सर्वांगीण विकास की शपथ
Leading Hindi News Website
On
संजीव ठाकुर
2022 में भारत अब एक सक्षम और मजबूत राष्ट्र के रूप में उभर कर सामने आया है. वैश्विक नेतृत्व के संदर्भ में g20 का नेतृत्व का भार भी भारतवर्ष के सामने 2022 में ही आया है. नव वर्ष के आगमन के साथ हम नारी उत्थान और बच्चों के सर्वांगीण विकास की शपथ के रूप में शुरुआत करें. आप सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं आने वाला वर्ष 2023 आप सबके लिए मंगल
2022 में भारत अब एक सक्षम और मजबूत राष्ट्र के रूप में उभर कर सामने आया है. वैश्विक नेतृत्व के संदर्भ में g20 का नेतृत्व का भार भी भारतवर्ष के सामने 2022 में ही आया है. नव वर्ष के आगमन के साथ हम नारी उत्थान और बच्चों के सर्वांगीण विकास की शपथ के रूप में शुरुआत करें. आप सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं आने वाला वर्ष 2023 आप सबके लिए मंगल
कारी और समृद्धशाली हो ऐसी शुभकामनाएं हैं. आने वाली कई पीढ़ियां तथा संताने वर्ष 2020 और 21और को संक्रमण काल तथा विभीषिका के वर्ष के रूप में याद करेगा. 2022 बहुत सारे यादगार पलों वाला वर्ष रहा है राजनीतिक उथल-पुथल से भरपूर यह वर्ष 22 ने तमाम आर्थिक, समाजिक, शारीरिक वैश्विक वृद्धि तथा विकास के लिए एक सशक्त वर्ष बन कर आया. 2022 के अंत में हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की माता हीराबेन जैसी सुयोग्य माता को खोया है.
भारतीय संदर्भ में वर्ष 19,20 और 21को विश्लेषिक दृष्टि से देखा जाए तो भारत ने कोविड-19 बीमारी के चलते दो बड़े राजनेता पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी पूर्व केंद्रीय मंत्री मोतीलाल वोरा को खो दिया था, 2020 को करोना के वायरस के चलते लॉकडाउन तथा एकांतवास के कारण शुरुआती दो-तीन महीनों में अर्थव्यवस्था निचले स्तर पर पहुंच चुकी थी , पर लॉकडाउन में ढील देते ही अर्थव्यवस्था अपनी पटरी पर दौड़ने लगी और धीरे धीरे बाजार में रौनक लौटने लगी, बाजार में बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था के बावजूद देश में पेट्रोलियम स्टील, सीमेंट,मेडिसिन, एलुमिनियम, अनाज तथा इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर धीरे धीरे सही दिशा में आने लगे वैसे देखा जाए तो ऑटोमोबाइल क्षेत्र में कारों की बिक्री काफी हद तक टू व्हीलर से ज्यादा रफ्तार पकड़ी वहीं कई राज्यों में स्टील सेक्टर ने मंदी के बावजूद अपनी रफ्तार को वापस प्राप्त कर लिया है, केवल भारत देश में ही मंदी न होकर वैश्विक आर्थिक मंदी व्यापक तौर पर हर देश में पसर गई थी, करोना के शुरुआती दिनों में इलाज के लिए दवाई ,उपकरण, एवं अस्पतालों के लिए उचित स्थान की बेहद कमी महसूस होने लगीथी , खासकर सैनिटाइजर और मास्क की कमी ने भयावह स्थिति पैदा कर दी थी पर अनेक देशों के आपसी सामंजस्य और भलमनसाहत से की गई सेवाओं के चलते गरीब देशों में दवाइयां तथा इलाज के लिए आने वाले आवश्यक वस्तुओं को पहुंचा कर एक बड़ी राहत दी,. भारतवर्ष के लिए यह वर्ष आत्मनिर्भरता और मेक इन इंडिया का रहा है, भारत में बड़े पैमाने पर मास्क, ताबूत और दवाइयां तथा सैनिटाइजर के मामले में मेहनत कर आत्मनिर्भरता प्राप्त कर ली, एवं आर्थिक स्थिति को भी डावाडोल होने नहीं दिया. यह सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है. क्रिकेट जगत के दो महान खिलाड़ी भी 2020 में अवकाश लेकर क्रिकेट की दुनिया से विदा हुए.,
करोना काल में भारत राष्ट्र बड़ी मात्रा में कॉमेडी 19 विरोधी वैक्सीन का का अविष्कार तथा निर्माण करना एक महत्वपूर्ण आत्मनिर्भर होने वाली उपलब्धि है, भारत में न सिर्फ अपने लिए बल्कि पूरे विश्व के कई देशों को भी आवश्यक वैक्सीन निर्मित कर देने का भरोसा जताया है. भारत में वर्ष के गुजरते गुजरते अनाज ,ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, मेडिसिन क्षेत्र में वापस पहले जैसी स्थिति लाने का रुझान भी दिखाया है. रक्षा क्षेत्र में बदमाश पड़ोसी देश की विस्तार वादी नीति के अंतर्गत पूर्वी लद्दाख में अपनी सेना द्वारा अतिक्रमण करने के प्रयास को करारा जवाब देकर यह दिखा दिया है कि भारत देश और उसकी सरकार एक साथ कई मोर्चों पर पूरी क्षमता के साथ निपटने को तैयार है, अब भारत पहले जैसा भारत ना होकर एक मजबूत तथा स्वस्थ, सशक्त राष्ट्र बनकर उभरा है.
वर्तमान में भारत एक संपूर्ण प्रजातांत्रिक लोकतांत्रिक राष्ट्र बन चुका है, देश में उद्योग को सरकार की नीतियों के चलते ज्यादा नुकसान ना हो कर सामान्य स्थिति बनी रही,. भारत राष्ट्र को स्टील इंडस्ट्रीज में भी उसकी सशक्त नीतियों के चलते नुकसान झेलना नहीं पड़ा, स्टेट तथा रियल स्टेट में पूर्व वर्षों की तरह मंदी का करोना काल में भी सामना करना पड़ा पर, साल के खत्म होते होते द रियल स्टेट भी पूर्व की तरह प्रगति के पथ पर आने की संभावना है, वैसे देश में ग्रामीण अर्थव्यवस्था पूरे देश की व्यवस्था को एक तरह से संभल देने का महत्वपूर्ण कार्य किया है, आम उपभोक्ताओं ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जगह स्वयं के वाहनों को आने-जाने के माध्यम के रूप में उपयोग करने से नई वाहनों की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है,.
ऐसी स्थिति में 2023 का आगमन सुखद होगा, देश में नए वर्ष के आगमन होते होते सामान्य स्थिति की ओर जाने लगा है एवं कोविड-19 के संक्रमण में पूर्ण नियंत्रण भी पा लिया है. इसके साथ ही इलाज के लिए महत्वपूर्ण आवश्यक संसाधन भी सरकार द्वारा आमजन के लिए उपलब्ध करा दिए गए हैं, जिससे स्थिति आशातीत रूप से सवरने की स्थिति बन चुकी है, अब हमें यह आशा करना चाहिए की आगामी नव वर्ष हिंदुस्तान के आवाम के लिए शुभ एवं आशाओं भरा होगा. देशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ.
About The Author
