यूपी पंचायत चुनाव: मुरादाबाद में वोटर लिस्ट अपडेट की प्रक्रिया शुरू, 1200 मतदाता प्रति पोलिंग बूथ
मुरादाबाद: पंचायत चुनाव के लिए वोटर लिस्ट अपडेट शुरू, हर बूथ पर 1200 वोटर
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यूपी पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। मुरादाबाद में भी चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिलानिर्वाचन अधिकारी डीएम अनुज सिंह के निर्देश पर चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 18 जुलाई से 13 अगस्त तक मतदाता सूची का काम, बीएलओ की ट्रेनिंग आदि किया जाएगा। जिले में 14 अगस्त से 13 अगस्त तक बीएलओ घर-घर जाकर मतदाता सूची का सर्वे करेंगे। इसके साथ ही 14 अगस्त से ऑनलाइन वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए आवेदन किया जा सकेगा।
मतदाता सूची अपडेट और आवेदन की समयसीमा
13 अगस्त तक मतदाता सूची की प्रिंटिंग, बीएलओ और पर्यवेक्षकों को उनके कार्य क्षेत्र का आवंटन, उनकी ट्रेनिंग और स्टेशनरी का काम पूरा किया जाएगा। इसके बाद, 14 अगस्त से 29 सितंबर तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना और सर्वे करेंगे। 1 जनवरी 2025 को 18 साल का होने वाला हर व्यक्ति मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वा सकेगा। ऑनलाइन आवेदन की आखिरी तारीख 22 सितंबर है। ऑनलाइन आवेदन की जांच 23 सितंबर से 29 सितंबर तक की जाएगी। इसके बाद, हस्तलिखित वोटर लिस्ट सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के पास जमा की जाएगी, जो 30 सितंबर से 6 अक्टूबर तक की अवधि में होगी।
निर्वाचन अधिकारियों को प्रशिक्षण
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। हाल ही में मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने जिलों के निर्वाचन अधिकारियों को दो चरणों में प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य विधानसभा और लोकसभा चुनावों की मतदाता सूची को सही और अपडेट रखना था। प्रशिक्षण के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के कार्यक्रमों और दिशा-निर्देशों से अधिकारियों को अवगत कराया गया। इसमें मतदाता सूची को अपडेट करने, मतदेय स्थलों का सही से निर्धारण करने और चुनाव संबंधित कानूनों की जानकारी दी गई।
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पोलिंग बूथ पर 1200 मतदाता
नवदीप रिणवा ने यह भी निर्देश दिए कि हर पोलिंग बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाता हों और परिवार के सभी सदस्य एक ही बूथ पर सूचीबद्ध किए जाएं। इसके अलावा, बीएलओ की सही नियुक्ति, राजनीतिक दलों से बैठकें करने और मतदाता सूची को त्रुटि रहित बनाने पर भी जोर दिया गया। दूसरी ओर, जिला निर्वाचन अधिकारियों को ईआरओ नेट, बीएलओ ऐप और वोटर हेल्पलाइन ऐप की जानकारी भी दी गई। पहली बार भौतिक प्रशिक्षण कराया जा रहा है ताकि मतदाता सूची के पुनरीक्षण के दौरान मतदाताओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो। नागरिकों से फार्म भरवाते समय सही जानकारी देने और फार्म-6, 7 और 8 से संबंधित जानकारी को सही तरीके से प्रसारित करने की भी सलाह दी गई।