यूपी के इस जिले में 1545 करोड़ के 167 निवेश का अब काम दिखना शुरू
निवेशों को धरातल पर उतारने के लिए विभागवार सत्यापन
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उत्तर प्रदेश में निवेशकों ने 2017 से 2022 के बीच विभिन्न स्रोतों के माध्यम से लगभग 4.12 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। योगी सरकार ने 2018 में आयोजित यूपी इन्वेस्टर्स समिट ;यूपीआईएस में 4.28 लाख करोड़ रुपये के 1045 निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए थे। इन प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए सरकार की ओर से प्रदेश में तीन ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह का आयोजन किया गया।
निवेशों को धरातल पर उतारने के लिए विभागवार सत्यापन
भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का जापान बनेगा कंट्री पार्टनर
जिला प्रशासन एवं उद्योग विभाग के सहयोग से एक वर्ष में 167 निवेशों को स्थापित करा लिया गया है, जिनका बजट करीब 1545 करोड़ रुपये है। इन सभी उत्पादन व अन्य संबंधित कार्य शुरू कर दिए हैं, जिससे करीब 5500 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। वहीं 839 करोड़ के 63 उद्योग निर्माणाधीन हैं, जो अगले कुछ माह में पूरे होने के कयास लगाए जा रहे हैं। डीएम अविनाश सिंह इसकी लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं और जमीन से लेकर विभिन्न विभागों से प्राप्त होने वाली एनओसी को त्वरित मुहैया कराए जाने के लिए संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के बाद फरवरी महीने में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट होगा। इसे लेकर सरकारी स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आएंगे। वहीं, सीएम मोहन यादव ने कहा है कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का कंट्री पार्टनर जापान होगा। इसके साथ ही मोहन यादव ने कहा है कि कैबिनेट की अगली बैठक 24 जनवरी को महेश्वर में होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल में 24-25 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में जापान भी कंट्री पार्टनर के रूप में भाग लेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए 27 जनवरी से 1 फरवरी तक जापान यात्रा प्रस्तावित है।