यूपी के इस जिले में 1545 करोड़ के 167 निवेश का अब काम दिखना शुरू
निवेशों को धरातल पर उतारने के लिए विभागवार सत्यापन
उत्तर प्रदेश में निवेशकों ने 2017 से 2022 के बीच विभिन्न स्रोतों के माध्यम से लगभग 4.12 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। योगी सरकार ने 2018 में आयोजित यूपी इन्वेस्टर्स समिट ;यूपीआईएस में 4.28 लाख करोड़ रुपये के 1045 निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए थे। इन प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए सरकार की ओर से प्रदेश में तीन ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह का आयोजन किया गया।
निवेशों को धरातल पर उतारने के लिए विभागवार सत्यापन
ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह के माध्यम से जल्द ही इन्हें जमीन पर उतारा जाएगा। बता दें कि निवेश सारथी पोर्टल के माध्यम से सरकार को अब तक 39.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के 29 हजार निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में निवेशकों ने 2017 से 2022 के बीच विभिन्न स्रोतों के माध्यम से लगभग 4.12 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। योगी सरकार ने 2018 में आयोजित यूपी इन्वेस्टर्स समिट ;यूपीआईएस में 4.28 लाख करोड़ रुपये के 1045 निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए थे। फरवरी 2024 में हुए ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए जिले को 2300 करोड़ रुपये निवेश कराने का लक्ष्य मिला था। इसके सापेक्ष 702 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिनकी लागत 11,243 हजार करोड़ रुपये थी। इन निवेशों को धरातल पर उतारने के लिए विभागवार सत्यापन किया गया तो 230 निवेशकों ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए मंजूरी दी। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रदेश सरकार को हासिल निवेश प्रस्ताव अब धरातल पर उतरते दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में लगभग 7.5 लाख करोड़ रुपये की 10.441 परियोजनाएं कार्यान्वयन के अंतिम चरणों में पहुंच चुकी हैं। जीआईएस में आए निवेशों को स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। 167 उद्योग व अन्य संस्थानों का निर्माण पूरा हो चुका है। जिनका निर्माण चल रहा है, उनकी लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। इन प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए सरकार की ओर से प्रदेश में तीन ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह का आयोजन किया गया। वर्ष 2018 में आयोजित पहले ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह में लगभग 61.000 करोड़ रुपये की 81 परियोजनाओं को धरातल पर उतारा गया। वहीं 2019 में दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह के जरिए 65.000 करोड़ रुपये के निवेश की 250 से अधिक परियोजनाओं को शुरू किया गया। 2022 में तीसरे ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह के माध्यम से 80.000 करोड़ रुपये के निवेश की 1400 से अधिक परियोजनाओं को अमली जामा पहनाया गया।
भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का जापान बनेगा कंट्री पार्टनर
जिला प्रशासन एवं उद्योग विभाग के सहयोग से एक वर्ष में 167 निवेशों को स्थापित करा लिया गया है, जिनका बजट करीब 1545 करोड़ रुपये है। इन सभी उत्पादन व अन्य संबंधित कार्य शुरू कर दिए हैं, जिससे करीब 5500 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। वहीं 839 करोड़ के 63 उद्योग निर्माणाधीन हैं, जो अगले कुछ माह में पूरे होने के कयास लगाए जा रहे हैं। डीएम अविनाश सिंह इसकी लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं और जमीन से लेकर विभिन्न विभागों से प्राप्त होने वाली एनओसी को त्वरित मुहैया कराए जाने के लिए संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के बाद फरवरी महीने में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट होगा। इसे लेकर सरकारी स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आएंगे। वहीं, सीएम मोहन यादव ने कहा है कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का कंट्री पार्टनर जापान होगा। इसके साथ ही मोहन यादव ने कहा है कि कैबिनेट की अगली बैठक 24 जनवरी को महेश्वर में होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल में 24-25 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में जापान भी कंट्री पार्टनर के रूप में भाग लेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए 27 जनवरी से 1 फरवरी तक जापान यात्रा प्रस्तावित है।