यूपी के 84 गांवों में खुलेंगी डिजिटल लाइब्रेरी, अब गांवों में ही होगी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी!

यूपी के 84 गांवों में खुलेंगी डिजिटल लाइब्रेरी, अब गांवों में ही होगी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी!
यूपी के 84 गांवों में खुलेंगी डिजिटल लाइब्रेरी, अब गांवों में ही होगी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी!

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित गांव के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बड़े शहरों में जाकर पढ़ना पड़ता है. परंतु अब सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए गांव-गांव में पढ़ाई की बेहतरीन सुविधा देने की योजना बनाई है. इसके अंतर्गत जिले की 84 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी, जिससे ग्रामीण छात्र भी आधुनिक शिक्षा से जुड़ सकें.

ग्रामीण युवाओं के लिए विशेष कदम

सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और छात्रों को समान अवसर देने के उद्देश्य से यह पहल की है. अब गांव के छात्रों को कोचिंग या किताबों की तलाश में शहर नहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि डिजिटल लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी सारी सामग्री आसानी से उपलब्ध होगी.

हर पंचायत में बनेगी डिजिटल लाइब्रेरी

पहले चरण में जिले की 84 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी को निर्मित कराया जाएगा. हर एक पंचायत भवन में यह लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी जिससे छात्र पास ही पहुंच सकें और समय की बचत भी हो. इस योजना पर प्रति गांव लगभग 4 लाख रुपये का खर्च किया जाएगा.

यह भी पढ़ें: यूपी के इस जिले में बदलेगी सड़कों की सूरत, 12 करोड़ से होगा चौड़ीकरण – पहली किस्त जारी

प्रशासन की तैयारी

जिला पंचायत राज अधिकारी राजेंद्र प्रकाश ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि जिले की 84 पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी तैयार करने की प्रक्रिया जारी है. सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले समय में हर ग्राम पंचायत में आधुनिक पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध हो, जिससे कोई भी छात्र संसाधनों की कमी के कारण पीछे न रह जाए.

यह भी पढ़ें: गांव में ही सुविधा — यूपी सरकार बदलेगी प्रक्रिया, ग्राम सचिवालय से होंगे प्रमाण-पत्र जारी

शिक्षा और तकनीक 

डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से केवल किताबें ही नहीं, बल्कि छात्रों को तकनीक आधारित अध्ययन की सुविधा भी प्रदान की जाएगी. यहां छात्र ऑनलाइन सामग्री, ई-बुक्स और सरकारी योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे. इससे ग्रामीण युवाओं को शहरों जैसी सुविधाएं गांव में ही मिलेंगी.

किताबें और संसाधन पहले से मौजूद

हर लाइब्रेरी में विद्यार्थियों की जरूरत को ध्यान में रखकर एनबीटी पब्लिकेशन की 90 हजार रुपये की किताबें, अन्य प्रकाशनों की 90 हजार रुपये की पुस्तकें, और 20 हजार रुपये की कानूनी किताबें रखी जाएंगी. साथ ही, प्रतियोगी परीक्षाओं, स्कूल शिक्षा और तकनीकी ज्ञान से संबंधित सामग्री भी मौजूद रहेगी.

On

About The Author

Shobhit Pandey Picture

शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।