Basti Encroachment News: बस्ती में नर्सिंग होम, होटलों के वाहन पार्किंग सड़क की पटरियों के हवाले

Basti Encroachment News: बस्ती में नर्सिंग होम, होटलों के वाहन पार्किंग सड़क की पटरियों के हवाले
प्रतीकात्मक तस्वीर- Bhartiya Basti

-भारतीय बस्ती संवाददाता- बस्ती.  मालवीय रोड पर निजी अस्पतालों और होटलों की भरमार है. शहर का बाइपास कहे जाने वाले मालवीय रोड पर अपने हिसाब से अतिक्रमण करने में कोई पीछे नहीं दिख रहा है. बड़ों के आशीर्वाद तले चल रहे इन व्यवासायिक प्रतिष्ठानों ने शहर की जमीनों पर कब्जा जमा रखा है. 

    ब्राह्मण महासभा के पास मोटर पाटर््स की दुकानों ने तो अपने दुकानों के सामने सड़कों तक कार-जीप खड़े कर रखे है. जिससे दुर्घटनाओं की आशंका हमेशा बनी रहती है. इस रोड पर तमाम निजी विद्यालय भी चलते है. जिनमें पढ़ने वाले हजारों बच्चे रोजाना इसी मार्ग से आते-जाते है. ऐसे में दुर्घटनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है. 

यह भी पढ़ें: Navjot Singh Sidhu Back || नवजोत सिंह सिद्धू आईपीएल 2024 के जरिए कमेंट्री की दुनिया में वापसी करेंगे इसका ऐलान

     बादशाह टाकिज के सामने बने एक बड़े होटल ने तो बाकायदा अपना ट्रांसफार्मर सड़क के पटरी पर लगवाया हुआ है. जिस पर कभी जिम्मेदारों की नजर नहीं पड़ती. वहां होने वाले आयोजनों मे आने वाली गाड़ियों की वजह से रोजाना जाम की समस्या बनी रहती है.

यह भी पढ़ें: Basti Lok Sabha Election 2024: हरीश द्विवेदी की हैट्रिक के लिए BJP ने लगाया जोर, सांसद ने बस्ती से किया ये वादा

     कमोबेश यही हाल रौता चौराहे का है. जहां सड़क की पटरियों पर कब्जा कर व्यवसाय चलाया जा रहा है. सवाल उठ रहा है की इन निजी अस्पतालों और होटलों द्वारा सड़क तक कब्जा करने पर प्रशासन कोई कार्रवाई क्यों नहीं करता है. नगर पालिका द्वारा भी इन अतिक्रमणकारियों पर ठोस कार्रवाई नहीं की जाती. जिससे इनके हौंसलों को पंख लगे रहते है. कभी कभार नोटिस देकर खानापूरी कर ली जाती है. अतिक्रमणकारी फिर से अपने पैर सड़कों तक पसार लेते है. मालवीय रोड पर चलना खतरों को दावत देने के समान माना जाता है. 

यह भी पढ़ें: बस्ती के दुबौलिया में व्यापारी के यहां पहुंची CBI, मारा छापा, कई घंटे से घर के बाहर मौजूद

     सड़कों से सटाकर बिजली विभाग के लटकते जर्जर तार और उनके ट्रांसफार्मर कभी भी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकते है. नगर पालिका द्वारा तमाम लिखापढ़ी के बावजूद विभाग द्वारा अपने ट्रांसफार्मरों और विद्युत पोलों को नहीं हटाया गया. ऐसे में विभागीय शिथिलता कब भारी पड़ जाये, कुछ  कहा नहीं जा सकता है. अस्त-व्यस्त शहर को चाक चौबंद बनाने के लिए तमाम कसमें खाई जाती है. मगर पद पाने के बाद जिम्मेदारों द्वारा इसे बस्ती के तौर पर छोड़ दिया जाता है. मजे की बात समस्या की बात तो सभी करते है. मगर समय और मौका मिलते ही कब्जा करने में  कोई पीछे नहीं रहना चाहता. 

On

ताजा खबरें

LIC Best Policy || बंपर रिटर्न देने वाली LIC की ये पॉलिसी, मैच्योरिटी पर मिलेंगे 55 लाख रुपये, जानें पूरी डिटेल
KVS Admission || केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन के लिए चाहिए कौन-कौन से दस्‍तावेज, यहां देख लें पूरी लिस्‍ट
Lok Sabha Election 2024: क्या इन संस्थाओं को अपनी विश्वसनीयता की भी फ़िक्र है?
Holi 2024: होली पर होगा चंद्रग्रहण का साया! एक सदी बाद फिर दोहराया इतिहास, जानें- क्यों है खास?
Business Idea || बिजनेस के लिए पैसा चाहिए तो, सरकार की इन स्कीम से मिलेगा फायदा, चेक करें डीटेल्स
Post Office NPS Scheme || घर बैठे खोल सकते हैं NPS खाता, जानें नेशनल पेंशन स्कीम के क्या हैं फायदे?
Holi 2024: होली के बाद बस्ती में निभाई जाएगी सालों पुरानी परंपरा, बच्चों से लेकर वृद्ध तक होंगे शामिल
Happy Holi wishes 2024: होली पर अपने करीबियों को यूं करें विश,ऐसे दें होली की शुभकामनाएं और विदाई
Free Keyboard With Tablet || टैबलेट के साथ कीबोर्ड FREE, लैपटॉप पर ₹5000 की छूट; गजब के ऑफर्स कन्फर्म
Fd Interest Rate Up To 9.25% || FD पर 9.25% तक ब्‍याज कमाने का मौका! इन 3 बैंकों ने बदले हैं रेट