Basti MLC Election 2022: विधान परिषद चुनाव में आसान नहीं है बस्ती में BJP की डगर
MLC Election 2022: - विधानसभा चुनाव में गुटबाजी का हश्र देख चुकी है जनता - भाजपा, सपा दोनों प्रत्याशियों को है जीत का भरोसा
-भारतीय बस्ती संवाददाता-बस्ती. विधान परिषद चुनाव में भाजपा की राह उतनी आसान नहीं है, जितनी दिख रही है. विधानसभा चुनाव में अंतकर्लह से की वजह से भाजपा बस्ती में चार सीटें गंवा चुकी है. उसके विधायक चुनाव हार चुके है. तमाम ब्लाक प्रमुख अपने-अपने बूथों पर हार चुके है. ऐसे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है की ऐसे प्रमुखों के भरोसे सुभाष यदुवंश की डगर बस्ती में आसान नहीं है. सिद्धार्थ नगर में भी कमोबेश ऐसी ही स्थितियां दिख रही है. डुमरियागंज सांसद जगदम्बिका पाल अपने पुत्र को विधान परिषद का टिकट दिलाने के लिए प्रयासों में लगे रहे. अंत समय तक अपने बेटे के टिकट नहीं दिला पाने का मलाल उनके चेहरे पर साफ देखा जा सकता है. वहां भी भाजपा सिर्फ तीन सीटों पर जीत हासिल कर सकी है. अंतकर्लह और विरोध की वजह से सिद्धार्थ नगर में भी पार्टी प्रत्याशी को जीत के लिए नाकों चने चबाने पड़ेंगे.
संतकबीर नगर में पार्टी ठीक-ठाक स्थिति में दिख रही है. भाजपा वहां तीनों सीटों पर जीत चुकी है. सहयोगी पार्टी का संासद है. मगर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर वहां सपा का कब्जा है. जिला पंचायत अध्यक्ष बलराम यादव और सपा वहां स्थानीय प्रत्याशी सन्तोष यादव सन्नी के पक्ष में जमकर लामबंद होंगे. जिससे सुभाष यदुवंश को वहां जमकर संघर्ष करना पड़ेगा.
समाजवादी पार्टी प्रत्याशी सन्तोष यादव सन्नी वर्तमान में विधान परिषद सदस्य है. उनके उपर आरोप है की अपने कार्यकाल में उनके दर्शन नहीं हुए. काम नहीं दिखा. मगर विधानसभा चुनाव में अपने हार से सबक लेकर सपा उन्हंे जिताने के लिए जमकर पसीना बहाएगी. दोनों दलों के प्रत्याशियों के जीत के रास्ते इतने आसान नहीं है.
बहरहाल दोनों प्रत्याशियों द्वारा अपने जीत के दावे किये जा रहे है. अंतकर्लह की बात को नकारा जा रहा है. एकजुटता का संदेश दिया जा रहा है. देखना दिलचस्प होगा की भाजपा और सपा अपने - अपने प्रत्याशियों के जीत के लिए क्या रणनीति बनाती है.