सेमिनार में डॉ. वी.के. वर्मा ने कोरोना पर प्रस्तुत किया शोध पत्र
बस्ती. जिला चिकित्सालय में आयुष चिकित्साधिकारी डॉ. वी.के. वर्मा ने कानपुर में आयोजित डॉ. अनुरूद्ध वर्मा मेमोरियल होम्योपैथिक साइन्टिफक सेमिनार में हिस्सा लेकर कोरोना पर अपना शोध प्रस्तुत किया. उनको शोध पत्र एवं कोरोना काल में की गई सेवाओें के लिये सम्मानित किया गया.
होम्योपैथिक फ्रेचरनिटी ऑफ उत्तर प्रदेश एण्ड जेएलएम मेडिकल कालेज द्वारा कानपुर के कल्याणपुर में आयोजित सेमिनार में डॉ. वी.के. वर्मा ने कहा कि कोरोना में होम्योपैथिक औषधियां कारगर साबित हुई और अनेक लोगों की प्राण रक्षा करने में कामयाब रहीं. कहा कि ओमिक्रान के नये कोरोना के रूप में भी होम्योपैथिक लक्षण के अनुरूप कामयाब रहेगी इसमें संदेह नहीं है.
उन्होने शोध पत्र प्रस्तुत करने के साथ ही केन्द्र और राज्य सरकार से आग्रह किया कि एलोपैथ दवाओं के साथ ही मरीजों को होम्योपैथ की दवा देने की अनुमति दी जाय जिससे मरीज शीघ्र स्वस्थ हो सके. उन्होने भावुक स्थिति में डॉ. अनुरूद्ध वर्मा को याद करते हुये कहा कि उन्होने होम्योपैथी के विकास में जीवन भर योगदान दिया. उनकी स्मृति में सेमिनार करके अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया है. उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा.