पीयूष जैन के ठिकानों पर छापेमारी के बाद अखिलेश यादव ने यह रिट्वीट कर दिया यह 'बयान'
कानपुर और कन्नौज में इत्र कारोबारी के घर और प्रतिष्ठानों पर आयकर और जीएसटी के छापे को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर रीट्वीट करके कहा कि इस छापेमारी को सपा से कतई न जोड़ा जाए. पीयूष जैन का सपा एमएलसी पम्मी जैन से कोई संबंध नहीं है.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कारोबारियों पर इनकम टैक्स के छापों का सिलसिला जारी है. करीब सप्ताह भर पहले एक कारोबारी के लखनऊ,मैनपुरी,कोलकाता,बेंगलुरु,मऊ आदि ठिकानों पर छापेमारी को समाजवादी पार्टी से जोड़कर देखा जा रहा था. इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं भी काफी तेजी से शुरू हो गई हैं. वही गुरुवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव का संसदीय क्षेत्र रहे कन्नौज के इत्र कारोबारी के प्रतिष्ठान एवं कानपुर स्थित घर पर आयकर एवं जीएसटी की टीम ने छापा मारा है. इस पर एक बार फिर कारोबारी को सपा से जोड़े जाने की चर्चाएं तेज हुई तो समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर सफाई दी है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्विटर पर मनीष जगन अग्रवाल के ट्वीट को रिट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि- 'कानपुर में शिखर पान मसाला ग्रुप और इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पड़े छापों और बरामद नकदी नोटबन्दी की विफलता की कहानी बयां कर रही है. भाजपा व मीडिया पीयूष जैन और शिखर पान मसाले को सपा से जबरन जोड़कर सपा को बदनाम कर रही,सपा एमएलसी पम्पी जैन से पीयूष जैन का कोई मतलब नहीं है.'