Manwar Mahotsav 2021: महोत्सव मनाने वाले बीमार होती मनवर की सुधि कब लेंगे!
-भारतीय बस्ती संवाददाता-
बस्ती. उदास मनवर नदी के तट पर मखौड़ा मनवर महोत्सव मनाया जा रहा है. अपने अस्तित्व के लिए अंतिम सांसें गिन रही नदी का स्वरूप दिन-प्रतिदिन बिगड़ता ही जा रहा है. इसके बावजूद उसके पुनरोद्धार के लिए स्थानीय विधायक की पहल नाकाफी साबित हुई है.
सनद रहे मनवर सफाई अभियान के लिए हर्रैया के कुछ नेता नदी में कूद कर सफाई अभियान तक चला चुके है. खुद स्थानीय विधायक अजय सिंह नदी सफाई अभियान का हिस्सा रह चुके है. ऐसे में नदी के स्वरूप और उसके अस्तित्व पर मंडरा रहे खतरों को अनदेखा करते हुए कार्यकाल के आखिरी समय में महोत्सव का आयोजन कर उसे जनता से जोड़ने का प्रयास मात्र माना जा रहा है.
मखौड़ा मनवर महोत्सव में आयोजकों ने साफ कहा था की आयोजन जनहित में और जनता के द्वारा हो रहा है. इसके बावजूद आयोजन में जिले के मुख्य विकास अधिकारी के पत्नी का रोल समझ से बाहर है. यदि ये आयोजन जनता के सहयोग से हो रहा है तो इसमें अधिकारी की पत्नी की क्या भूमिका है. मजे की बात बस्ती शहर में आयोजित दीपदान महोत्सव में भी इन्हीं अधिकारी की पत्नी मंच से लेकर आयोजन तक में मुख्य भूमिका निभा चुकी है. ऐसे में लोगों के अंदर सुगबुगाहट है की कहीं ऐसे आयोजनों की आड़ में प्रशासन अपनी मंशा तो नहीं पूरी कर रहा है. यदि ऐसा है तो सवाल सरकार पर खड़े होंगे. जिसका जवाब जनता को नेताओं को देना होगा प्रशासन को नहीं.
स्थानीय जनता की मानें तो शुरूआत में विधायक जी ने मनवर नदी के अस्तित्व की लड़ाई लड़कर जो संदेश दिया था उसे भुलाकर उन्होंने महोत्सव का आयोजन किया. नदी का स्वरूप और अस्तित्व बिगड़ा हुआ है. उसके जीर्णोद्धार के लिए अब तक प्रयास धरातल पर नहीं दिख रहे है. जिससे आस्था के साथ स्थानीय जनता के विश्वास को भी चोट पहुंच रही है. बेहतर होता आयोजन के दौरान स्थितियां साफ की जातीं और आयोजन की मंशा को जनता के सामने रखा जाता.