एशियाई चैम्पियन पूजा रानी चर्टर फाइनल में
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हिसार ,25 अक्टूबर . मौजूदा एशियाई चैंपियन हरियाणा की पूजा रानी ने 5वीं एलीट महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 81 किलोग्राम भार वर्ग के चर्टर फाइनल में प्रवेश किया. मंजू ने केरल की पार्वती पी को प्री-चर्टर मैच के पहले ही राउंड में हथियार डालने को मजबूर किया. रानी के घूंसे इतने क्रूर थे कि रेफरी ने हिसार के सेंट जोसेफ इंटरनेशनल स्कूल में जारी इस प्रतिष्ठित आयोजन के चौथे दिन पहले ही राउंड में मुकाबला रोक दिया.
इससे पहले विश्व युवा चैंपियन हरियाणा की नीतू और असम की अंकुशिता बोरो ने अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखा. इस तरह इन दोनों ने क्रमश: 48 किग्रा और 66 किग्रा वर्ग में चर्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली. नीतू ने 48 किग्रा वर्ग में पश्चिम बंगाल की अपनी प्रतिद्वंद्वी पूरबी करमाकर को एकतरफा अंदाज में 5-0 से मात दी.
यदि नीतू पूरी गति और रिंग में चपल थीं, तो अंकुशिता ने 66 किग्रा वर्ग में पंजाब की अमनदीप कौर को हराने के लिए शक्तिशाली जैब्स और अपरकट के प्रयोग किया और अपने पावर गेम की बदौलत विजयी घोषित हुईं. उनके मुक्कों का इतना कहर था कि रेफरी को बीच में ही मुकाबला रोकना पड़ा.
इसके अलावा 48 किग्रा भार वर्ग में चर्टर फाइनल में जगह बनाने वाली रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड की मुक्केबाद मंजू रानी भी हैं. मंजू ने 2019 विश्व चैंपियनशिप में पहले ही प्रयास में रजत जीता था. उनके अलावा तमिलनाडु की एस कलाईवानी ने भी अंतिम-8 में जगह बनाई. मंजू ने सामरिक श्रेष्ठता का परिचय देते हुए आज अपने प्री चर्टर फाइनल मैच में उत्तराखंड की शोभा कहली को एकतरफ़ा अंदाज में 5-0 से हरा दिया, जबकि कलाईवानी ने गुजरात की शीतल दतनिया को दूसरे राउंड में रेफरी द्वारा मैच रोके जाने के बाद मुकाबला जीत लिया.
अंकुशिता के साथ 66 किग्रा वर्ग में अखिल भारतीय पुलिस की लालबुतसाई ने भी चर्टर फाइनल में जगह बनाई. लालबुतसाई ने प्री-चर्टर फआइनल में हरियाणा की ज्योति रानी के खिलाफ एकतरफाअंदाज में 5-0 से मुकाबला जीता लिया.
63 किग्रा वर्ग में, हरियाणा की परवीन ने अखिल भारतीय पुलिस की चाओबा देवी हेमाम को 4-1 से हराकर चर्टर फाइनल में जगह बनाई, जबकि मध्य प्रदेश की मंजू बम्बोरिया को मिजोरम के अबिसक वनलालमावी के खिलाफ रेफरी द्वारा प्रतियोगिता को रोकने के बाद जीत हासिल की. .
इस चैंपियनशिप में देश भर के 36 राज्यों औऱ केंद्र शासित प्रदेशों तथा बोर्डों के 320 से अधिक मुक्केबाज भाग ले रहे हैं. कोविड-19 महामारी के बाद घरेलू सर्किट के फिर से शुरू होने के बाद से यह छठी राष्ट्रीय चैंपियनशिप जिसका आयोजन बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) करा रहा है.
इससे पहले बीएफआई ने जूनियर, युवा और पुरुषों के राष्ट्रीय चैम्पियनशिप का सफल आयोजन किया है. यह सात दिवरीय चैंपियनशिप मुक्केबाजी की वैश्विक नियामक संस्था-एआईबीए के 12 भार वर्गों के अनुसार खेली जा रही है. ये भार वर्ग हैं- 48 किग्रा, 50 किग्रा, 52 किग्रा, 54 किग्रा, 57 किग्रा, 60 किग्रा, 63 किग्रा, 66 किग्रा, 70 किग्रा, 75 किग्रा, 81 किग्रा और +81 किग्रा.
इस चैंपियनशिप के स्वर्ण और रजत पदक विजेता राष्ट्रीय कोचिंग शिविर में स्थान अर्जित करेंगे. प्रत्येक श्रेणी में शिविर के लिए शेष दो नामों का चयन सेलेक्शन ट्रायल में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा, जो कि इस प्रतियोगिता के ठीक बाद आयोजित होगा.