स्वास्थ्य मंत्री ने जिस शौचालय का उद्घाटन किया उसी का हाल बदतर, मिठवल ब्लॉक में स्वच्छ भारत मिशन औधे मुंह धड़ाम
मॉडल शौचालय की गंदगी खोल रही सफाई व्यवस्था की पोल
संवाददाता-सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar News). उत्तर प्रदेश स्थित सिद्धार्थनगर जिले में स्वच्छ भारत अभियान (swachh bharat abhiyan) को पलीता लगाया जा रहा है. खुले में शौच से मुक्त करने के लिए सरकार द्वारा संचालित योजना धरातल पर धराशायी है. कहने को तो जिले में मिठवल ब्लॉक (mithwal block siddharth nagar) में सामुदायिक शौचालय मॉडल बनवाया गया लकिन उसका हाल देखकर स्वच्छ भारत मिशन अभियान सवालिया बन गया है. मिठवल ब्लॉक के खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय में बना सामुदायिक शौचालय कुव्यवस्था का शिकार है. शौचालय के एक हिस्से में ताला लगा है तो दूसरे हिस्से में गंदगी पटी है. हाथ धोने के लिए वाश बेशिन देखकर अन्दाजा लगाया जा सकता है कि महीनो से इस में किसी ने हाथ नहीं धुला होगा. इसी शौचालय के एक तरफ बने यूरिनल में इतनी गंदगी पसरी है कि वहां खडा होना भी कठिन है.
खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय में एनआरएलएम कार्यालय और आंगनबाड़ी कार्यालय भी है जहां रोज महिलाओं का आना जाना लगा रहता है. ऐसे में उन्हे सबसे अधिक समस्या का सामना करना पडता है, लेकिन वह अपनी समस्या कहे तो किससे. कहने के लिए कार्यालय परिसर में कुल तीन शौचालय बने है. लेकिन सभी शौचालयों का हाल बदहाल है. देखकर लगता ही नहीं कि कभी इसकी साफ सफाई की जाती है. शौचालयों में पानी की व्यवस्था के लिए लगा वाटर पम्प महीनों से खराब पड़ा है. जबकि इसी परिसर में खण्ड विकास अधिकारी रघुनाथ सिंह का आवास के साथ ही अन्य ब्लॉक कर्मचारियों का भी आवास है, वह अपने परिवार के साथ यही रहते हैं.
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जब ब्लॉक परिसर में शौचालयों की हालत इतनी बदतर है तो ब्लॉक के अन्य गांवो में बने शौचालयों की हालत क्या होगी इसका अन्दाजा इसे देखकर ही लगाया जा सकता है. कहने को तो पूरा जनपद ओडीएफ घोषित हो चुका है लेकिन ओडीएफ की असली हकीकत बताने के लिए ब्लॉक का एक ही शौचालय काफी है. 14 अगस्त 2020 में इस सामुदायिक शौचालय का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह (jai pratap singh) ने किया था. तब शायद उन्हे भी इसका अन्दाजा नहीं रहा होगा कि सरकार के स्वच्छ भारत मिशन का सपना उनके बगल के ब्लॉक में ही धडाम हो जायेगा.