
नेपाल के खुले बार्डर से हो रही खाद की तस्करी, चंद बोरी खाद बरामद कर पीठ थपथपा रहे जिम्मेदार
-नेपाल सीमावर्ती इलाकों में दुकानदारों ने रख रखी है बाकायदा बोरी सिलाई मशीन -इक्का, टैम्पो, साइकिल, मोटर साइकिल से बार्डर पार हो रही खाद, वायरल हो रहा वीडियो
सिद्धार्थनगर. भारत नेपाल सीमा पर खाद की तस्करी खुलेआम जारी है आये दिन इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं. लेकिन जिम्मेदारो की नींद तब खुलती है जब खाद को लेकर जनपद में हाहाकार मच जाता है. बार्डर पर हो रही तस्करी यहां लगी सुरक्षा बलों के सघन काम्बिंग के दावो की पोल खोल रही है. वही कृषि विभाग की धरातलीय हकीकत को भी बयां कर रही है. कुछ बोरी खाद की बरामदगी कर बार्डर पर चौकसी का संदेश देने वाले अपनी पीठ भले ही थपथपा लें, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसो दूर है, खाद तस्घ्करी के वायरल हो रहे वीडियों सच बयां कर रहे है.
बता दें कि जनपद विभिन्न सीमा चौकियों से कभी 20 तो कभी 10 बोरी यूरिया पकड़ने की खबर आती हैं. लेकिन धरातलीय हकीकत यह हैं कि साईकिल से लेकर घोड़ागाड़ी से दिन के उजाले में ही खाद की तस्करी हो रही हैं. सूत्रों की माने तो नेपाल से सटे बार्डर इलाके बजहा ,ठूठरी, कोटिया चौकियों पर साईकिल से ही दिन भर 2,4 खाद की बोरियों को लादकर पार कराया जाता है. इससे बार्डर पर तैनात सुरक्षाकर्मी और पुलिस अनभिज्ञ नहीं हैं, लेकिन न जाने किन कारणों से बार्डर से होने वाली तस्घ्करी की ओर से आंख मंूदे हुए है. खुले बॉर्डर से होने वाली खाद की तस्करी दुकानदारो के लिए भी मुफीद बनी हुई है. बताया जाता है कि नेपाल के कृष्घ्णानगर सीमा से सटे बढ़नी इलाके के कई बड़े दुकानदारों ने तो बाकायदा बोरी सिलाई मशीन रख रखी हैं, जिससे सरकारी खाद को प्राइवेट कम्पनियों की खाद बोरियो में भरकर बेचा जा रहा हैं.
यह भी पता चला है कि ठोठरी, खुनुआ, बढ़नी, कोटिया, ककरहवा, बजहा सहित अन्य सीमा चौकियों से सटे गाँवो में खाद व्यापारियों ने अपने छोटे छोटे गोदाम बना रखे हैं. जिसमें खाद की बोरियों की रीपैकेजिंग कर उन्हें दुबारा बाजार में बिक्री के लिए भेजा जा रहा हैं. खाद की हो रही तस्घ्करी से किसान ठगा जा रहा है, वहीं सरकारी खाद खुलेआम बार्डर पार हो रही हैं.
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जितेंद्र कौशल सिंह भारतीय बस्ती के पत्रकार हैं. शुरुआती शिक्षा दीक्षा बस्ती जिले से ही करने वाले जितेंद्र खेती, कृषि, राजनीतिक और समसामयिक विषयों पर खबरें लिखते हैं.