Basti Lok Sabha 2024: बस्ती के जातीय समीकरण में फिट बैठगी BSP की चाल? आंकड़े इस ओर कर रहे इशारा
Basti Lok Sabha Election 2024 News: Harish Dwivedi vs Ramprasad Chaudhary vs Daya Shankar Mishra
Basti Lok Sabha Election 2024 के लिए बहुजन समाज पार्टी द्वारा दयाशंकर मिश्र को प्रत्याशी बनाने ऐलान से ही चुनाव में दिलचस्पी बढ़ गई है. बस्ती में अभी तक समाजवादी पार्टी कांग्रेस अलायंस द्वारा राम प्रसाद चौधरी, भारतीय जनता पार्टी से हरीश द्विवेदी के नाम का ऐलान हुआ था. तीसरे प्रत्याशी के तौर पर दयाशंकर की एंट्री ने चुनावी रंग में नया रूप डाल दिया है.
जानकारों का मानना है कि बसपा के इस कदम से बीजेपी और सपा-कांग्रेस के प्रत्याशी को नुकसान उठाना पड़ सकता है. बस्ती में 25 मई को मतदान है और 4 जून को मतगणना होगी.
आइए हम आपको बताते हैं कि बस्ती का जातीय समीकरण क्या है और क्या बसपा का ऐलान इसमें फिट हो पाएगा?
एक आंकड़े अनुसार बस्ती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 5.98 लाख सवर्ण, 6.20 लाख ओबीसी, 4.30 लाख अनुसूचित जाति और 1.83 लाख मुस्लिम हैं.
इस जातीय समीकरण का असर साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला था. बस्ती की पांच विधानसभाओं में से सिर्फ 1 पर ही बीजेपी जीत दर्ज कर पाई थी. बस्ती में बस्ती सदर, कप्तानगंज, रुधौली से सपा , महादेवा से सुभासपा और हर्रैया से बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.
2009 में बसपा का आखिरी बार खुला खाता
बस्ती सीट पर आखिरी बार साल 2009 में बसपा अरविंद चौधरी सांसद चुने गए थे. उसके बाद अभी तक इस सीट पर बसपा का खाता नहीं खुला है.
बस्ती लोकसभा सीट पर साल 1952 से चुनाव हो रहा है. बस्ती के सबसे पहले सांसद उदय शंकर दुबे थे. साल 2019 के चुनाव में रामप्रसाद चौधरी ने हरीश का मुकाबला किया और नंबर 2 पर रहे. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा का अलायंस था. ऐसे में सियासी समीकरण भी अलग थे. अब यह देखना दिलचस्प होगा इस बार चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा.
सियासी जानकार यह भी कह रहे हैं कि बसपा के इस चाल का सपा को फायदा हो सकता है. दावा किया जा रहा है कि जब दो ब्राह्मण मैदान में उतरेंगे तब फायदा तीसरे को हो सकता है.